खड़ा कबीरा बीच-बजार, ना कोई बैर ना कोई प्यार
पराग जी, आपके 'बीच-बाज़ार' का और आपका हिन्दी ब्लॉग मण्डल के बीच हार्दिक स्वागत है। अपनी कलम (की-बोर्ड) इसी तरह अनवरत चलाते रहें।
बहुत ही सुंदर! बहुत प्रसन्नता हुई आपको हिंदी ब्लाग मंडल मे पा कर.
अरे अकेले कहां हो भाई हम लोग हैं न! एक ई-मेल की दूरी पर तमाम लोग लगे हैं। हम खुश हैं आपको अपने बीच पाकर।स्वागत है बीच बाजार का भरे ब्लाग मंडल में।
स्वागतम् पराग । शुभकामनायें कि बीच-बाजार में हमेशा चहल-पहल बनी रहे ।
ब्लागिंग में तो साथ देने भरकस लोग आ जाऐ'गे. बाकी साथ देने वाली ढूंढने के लिए शादी डाट काम की और रुख करें.
अब आप अकेले नही हो, देखते जाओ कितने चिठ्ठाकार आते है आपके साथआशीष
पराग जी, आपके 'बीच-बाज़ार' का और आपका हिन्दी ब्लॉग मण्डल के बीच हार्दिक स्वागत है। अपनी कलम (की-बोर्ड) इसी तरह अनवरत चलाते रहें।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर! बहुत प्रसन्नता हुई आपको हिंदी ब्लाग मंडल मे पा कर.
जवाब देंहटाएंअरे अकेले कहां हो भाई हम लोग हैं न! एक ई-मेल की दूरी पर तमाम लोग लगे हैं। हम खुश हैं आपको अपने बीच पाकर।स्वागत है बीच बाजार का भरे ब्लाग मंडल में।
जवाब देंहटाएंस्वागतम् पराग । शुभकामनायें कि बीच-बाजार में हमेशा चहल-पहल बनी रहे ।
जवाब देंहटाएंब्लागिंग में तो साथ देने भरकस लोग आ जाऐ'गे. बाकी साथ देने वाली ढूंढने के लिए शादी डाट काम की और रुख करें.
जवाब देंहटाएंअब आप अकेले नही हो, देखते जाओ कितने चिठ्ठाकार आते है आपके साथ
जवाब देंहटाएंआशीष